Financial Crisis के बीच SIP Pause करूं या Close! क्या है सही फैसला?
SIP में निवेश का एक फायदा ये है कि आपको अगर कभी फाइनेंशियल क्राइसिस झेलना पड़े तो आप इसे Close कराने की बजाय Pause का ऑप्शन भी चुन सकते हैं. लेकिन किस सिचुएशन में कौन सा ऑप्शन आपके लिए सही है, ये फैसला कैसे लेंगे? यहां जानिए इस बारे में.
SIP Pause Vs Close: ज्यादातर देखा जाता है कि किसी स्कीम में अगर आप निवेश करें और इसी बीच में किसी फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स के चलते निवेश को जारी रख पाना मुश्किल हो रहा हो, तो प्रीमैच्योर विड्रॉल करके स्कीम को बीच में ही क्लोज करना पड़ता है. लेकिन SIP इस मामले में बाकी सभी स्कीम्स से थोड़ा अलग है. मान लीजिए कि आप SIP के जरिए म्यूचुअल फंड्स में इन्वेस्टमेंट शुरू करते हैं और अचानक आपके सामने कोई ऐसी फाइनेंशियल सिचुएशन आ जाती है कि अपने निवेश को आगे जारी रख पाना आपके लिए मुश्किल हो जाता है तो इस स्थिति में जरूरी नहीं कि आप SIP को Close कराएं. आप इसे Pause भी कर सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कि किस कंडीशन में आपके लिए कौन सा फैसला लेना बेहतर साबित होगा.
समझिए क्या है SIP Pause?
फ्राइनेंशियल क्राइसिस के दौरान इस सुविधा को इस्तेमाल करके आप अपनी स्कीम को पूरी तरह से बंद करने की बजाय बीच में रोक सकते हैं. पहले यह सुविधा 1 से 3 महीने की थी, लेकिन अब कुछ फंड हाउस ने इसे 6 महीने तक बढ़ा दिया है. इस सुविधा को लेने के लिए आपको एसेट मैनेजमेंट कंपनी यानी एएमसी को 'पॉज' करने की रिक्वेस्ट डालनी होती है. रिक्वेस्ट डालते समय आपको ये देखना होगा कि आपकी कंपनी कितने दिनों की पॉज सुविधा देती है. अगर आपके अनुरोध को कंपनी अप्रूव कर देती है तो एक निश्चित समय के लिए आपसे एसआईपी की किस्त नहीं ली जाएगी. लेकिन 'पॉज' पीरियड खत्म होने के बाद एसआईपी की किस्त अपने आप आपके अकाउंट से कटने लगेगी.
कब SIP Pause चुनें और कब इसे Close करवाएं?
मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी छूटना, या अचानक से कोई बड़ा खर्च आपके पास आ जाता है या फिर शादी विवाह, घर खरीदने या फैमिली से जुड़े अन्य किसी इवेंट के चलते आपके ऊपर आर्थिक जिम्मेदारी बढ़ जाए और आपको लगता है कि अभी आप एसआईपी की किस्त जारी नहीं रख पाएंगे, लेकिन कुछ समय बाद इसे फिर से शुरू कर सकते हैं, तो ऐसे में आप SIP Pause का विकल्प चुन सकते हैं और कुछ समय बाद अपना निवेश फिर से जारी कर सकते हैं. लेकिन अगर आर्थिक तंगी इस तरह की हो कि आपको इस बात का अंदाजा ही न हों अब आपकी स्थितियां कब सामान्य होंगी, तभी एसआईपी को बंद कराने का फैसला आप ले सकते हैं.
क्लोज कराने में होगा ये नुकसान
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एसआईपी को बीच में Close कराने के बाद आपकी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की कोई उम्मीद नहीं रहती, मतलब जिस Purpose के साथ आपने SIP को शुरू किया था, वो पूरा नहीं होता. लेकिन SIP Pause कराने से आपके निवेश का लक्ष्य प्रभावित नहीं होता है. इसके जरिए आपको कुछ दिनों के लिए किस्त देने से राहत मिल जाती है. Pause पीरियड के बाद बाजार के सेंटीमेंट अगर बेहतर होंगे तो इसका पूरा फायदा आपको भी मिल सकता है. इसका सबसे बेहतर उदाहरण लोगों को कोविड टाइम में देखने को मिला. उस समय फाइनेंशियल क्राइसिस के चलते बहुत से लोगों ने Pause की सुविधा का फायदा लिया और बाद में इसे फिर से चालू कर दिया. कोविड 19 के बाद जब बाजार में रिकवरी शुरू हुई, तो उन्हें इसका जबरदस्त फायदा मिला.
08:39 AM IST